देवेश जोशी 1857 की क्रांति में गढ़वाल भूभाग में पूरी तरह शांति रही।इतनी कि तत्कालीन कमिश्नर रैमजे को गढ़वाल भ्रमण पर होने के बावजूद नैनीताल पहुँचना ही श्रेयस्कर लगा। उसी गढ़वाल में अंग्रेजी रा... Read more
डॉ. अरुण कुकसाल ‘गो-बैक मेलकम हैली’ ‘भारत माता की जय’ हाथ में तिरंगा उठा, नारे भी गूंज उठे, भाग चला, लाट निज साथियों की रेल में, जनता-पुलिस मध्य, शेर यहां घेर लिया, वीर जयानन्द, चला पौड़ी वाल... Read more